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Monday, July 19, 2010

THE NEW WRONG SYMBOL FOR THE INDIAN RUUPAYAA IS BAD FOR THE INDIAN ECONOMY AND THE UPA/CONGRESS GOVERNMENT/LEADERS!

[१]. भारतीय रूपया के लिए चुना गया नया त्रुटिपूर्ण प्रतीक भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए दुर्भाग्यपूर्ण सिद्ध होने वाला है. नए प्रतीक में जो आड़ी रेखा है वह एक प्रकार से भाला का प्रतीक है. ऐसा भाला जो रूपया-रूपी अर्थ-पुरूष की छाती को चीरता हुआ इस अर्थ-पुरूष की पीठ से बाहर निकल रहा है! यह भाला इस अर्थ-पुरुष को लहूलुहान कर देगा!
[२] अमेरिका की करेंसी के प्रतीक US$ में 'S' के सिर को चीरती हुई एक खड़ी रेखा है जो कि अंक १ का प्रतीक है. इस अंक १ में एक और अंक १ मिला लीजिये. अब यह अंक ११ बन जाता है. 'S' का मतलब हुआ सितम्बर. अर्थात, US$ का मतलब हुआ ११ सितम्बर! सारा विश्व जानता है कि ११ सितम्बर २००१ की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद से अमेरिका की अर्थव्यवस्था चरमरा गयी है और अमेरिका विश्व में  प्रथम स्थान से फिसल गया है.
[३] भारतीय संस्कृति में प्रतीकों का बड़ा महत्व है. प्रतीक एक प्रकार से एक यंत्र ही होता है. जैसे लक्ष्मी-यंत्र, कुबेर-यंत्र आदि. गलत यंत्र का चुनाव आपके  लिये दुर्भाग्य और सही यंत्र का चुनाव आपके लिये सौभाग्य लाता है.
भारतीय रूपया का वर्तमान त्रुटिपूर्ण प्रतीक या यंत्र भयंकर ऋणात्मक ऊर्जा उत्पन्न कर रहा है. अब आप स्वयं ही विचार कीजिये कि जब यह त्रुटिपूर्ण प्रतीक या यंत्र करोड़ो की संख्या में प्रयोग होगा तब यह त्रुटिपूर्ण प्रतीक या यंत्र कितनी भयंकर एवं प्रचंड ऋणात्मक ऊर्जा उत्पन्न करेगा!
[४] भारतीय रूपया का वर्तमान त्रुटिपूर्ण प्रतीक या यंत्र वर्तमान भारतीय UPA /कांग्रेस सरकार और उसके नेताओं के लिये किसी वर्तमान या भावी दुर्भाग्य की ओर संकेत कर रहा है!
[५] भारतीय रूपया का सही प्रतीक 'रू' है ओर भारतीय रूपया का सही बीज-मन्त्र 'रूं' है. जिस किसी श्रेष्ठ भारतीय साधिका या साधक की भारतीय अर्थ-व्यवस्था को अत्यंत शक्तिशाली एवं स्मृध्शाली बनाने की इच्छा है वह इस बीज-मन्त्र 'रूं' का, माता महालक्ष्मी को देवता रूप में स्थापित कर के, तीन वर्षों तक किसी सुयोग्य गुरु के मार्ग-दर्शन एवं सानिन्ध्य में, एकांत में जाप करे!
NOTE: Please, get this Hindi language page translated into the English language by some excellent translator if you wished to read it in the English language because I have noticed that the translation done automatically by the software on this page is not the CORRECT and FULL translation of the above-written Hindi language article!